Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Feb 2024 · 1 min read

पर्वतों से भी ऊॅ॑चा,बुलंद इरादा रखता हूॅ॑ मैं

पर्वतों से भी ऊॅ॑चा,बुलंद इरादा रखता हूॅ॑ मैं
शरद हवाऍ॑॑ भला क्या तोड़ेंगी हौसला मेरा

2 Likes · 172 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from VINOD CHAUHAN
View all
You may also like:
'ऐन-ए-हयात से बस एक ही बात मैंने सीखी है साकी,
'ऐन-ए-हयात से बस एक ही बात मैंने सीखी है साकी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
विनती
विनती
Saraswati Bajpai
बुंदेली दोहा-पीपर
बुंदेली दोहा-पीपर
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
राष्ट्र-मंदिर के पुजारी
राष्ट्र-मंदिर के पुजारी
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
*होता है अमर नहीं कोई, अमरत्व भला किसने पाया (राधेश्यामी छंद
*होता है अमर नहीं कोई, अमरत्व भला किसने पाया (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
#हौंसले
#हौंसले
पूर्वार्थ
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
साहित्य गौरव
जनक देश है महान
जनक देश है महान
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मैं  गुल  बना  गुलशन  बना  गुलफाम   बना
मैं गुल बना गुलशन बना गुलफाम बना
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
राम के नाम को यूं ही सुरमन करें
राम के नाम को यूं ही सुरमन करें
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
कैसे हो हम शामिल, तुम्हारी महफ़िल में
कैसे हो हम शामिल, तुम्हारी महफ़िल में
gurudeenverma198
सौगात   ...
सौगात ...
sushil sarna
सुनो पहाड़ की.....!!!! (भाग - ६)
सुनो पहाड़ की.....!!!! (भाग - ६)
Kanchan Khanna
परमपिता तेरी जय हो !
परमपिता तेरी जय हो !
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
16---🌸हताशा 🌸
16---🌸हताशा 🌸
Mahima shukla
भावों की अभिव्यक्ति का
भावों की अभिव्यक्ति का
Dr fauzia Naseem shad
आगमन राम का सुनकर फिर से असुरों ने उत्पात किया।
आगमन राम का सुनकर फिर से असुरों ने उत्पात किया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
..
..
*प्रणय प्रभात*
मां भारती से कल्याण
मां भारती से कल्याण
Sandeep Pande
*दुख का दरिया भी पार न होता*
*दुख का दरिया भी पार न होता*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अपनी कलम से.....!
अपनी कलम से.....!
singh kunwar sarvendra vikram
राम आ गए
राम आ गए
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
4140.💐 *पूर्णिका* 💐
4140.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
बेगुनाही एक गुनाह
बेगुनाही एक गुनाह
Shekhar Chandra Mitra
जल है, तो कल है - पेड़ लगाओ - प्रदूषण भगाओ ।।
जल है, तो कल है - पेड़ लगाओ - प्रदूषण भगाओ ।।
Lokesh Sharma
गुलाब
गुलाब
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
तंत्र  सब  कारगर नहीं होते
तंत्र सब कारगर नहीं होते
Dr Archana Gupta
जो खुद को हमारा
जो खुद को हमारा
Chitra Bisht
दुनिया में हज़ारों हैं , इन्सान फ़रिश्तों  से  ,
दुनिया में हज़ारों हैं , इन्सान फ़रिश्तों से ,
Neelofar Khan
" युद्धार्थ "
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...