Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
*प्रणय*
69 Followers
Follow
Report this post
28 Sep 2024 · 1 min read
#परिहास-
#परिहास-
हुशियारी का अंत, तुरंत।
Language:
Hindi
Tag:
हास परिहास
Like
Share
1 Like
· 38 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
दिल ने गुस्ताखियाॅ॑ बहुत की हैं जाने-अंजाने
VINOD CHAUHAN
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बरसात
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
नया से भी नया
Ramswaroop Dinkar
याद आती है हर बात
Surinder blackpen
फिर मिलेंगें
साहित्य गौरव
प्रेमी से बिछोह का अर्थ ये नहीं होता कि,उससे जो प्रेम हैं
पूर्वार्थ
ऐसी फूलों की एक दुकान उस गली मैं खोलूंगा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
The darkness engulfed the night.
Manisha Manjari
बेहिसाब सवालों के तूफान।
Taj Mohammad
Learn the things with dedication, so that you can adjust wel
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
घट -घट में बसे राम
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
यारो ऐसी माॅं होती है, यारो वो ही माॅं होती है।
सत्य कुमार प्रेमी
आज फिर से
Madhuyanka Raj
स्वयं के स्वभाव को स्वीकार और रूपांतरण कैसे करें। रविकेश झा।
Ravikesh Jha
चूरचूर क्यों ना कर चुकी हो दुनिया,आज तूं ख़ुद से वादा कर ले
Nilesh Premyogi
माधव मालती (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
Subhash Singhai
---माँ---
Rituraj shivem verma
उमंग
Akash Yadav
"उम्मीद"
Dr. Kishan tandon kranti
3134.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तृष्णा के अम्बर यहाँ,
sushil sarna
ఇదే నా భారత దేశం.
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
*सुंदर दिखना अगर चाहते, भजो राम का नाम (गीत)*
Ravi Prakash
पवित्र श्रावण माह के तृतीय सोमवार की हार्दिक बधाई। कल्याणकार
*प्रणय*
ग़ज़ल __आशिकों महबूब से सबको मिला सकते नहीं ,
Neelofar Khan
तेरा ही बसेरा
Pratibha Pandey
याद रखना कोई ज़रूरी नहीं ,
Dr fauzia Naseem shad
*कुछ शेष है अब भी*
अमित मिश्र
नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा।
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...