परिवार सबसे बड़ा खजाना है
दूर बहुत है घर अपना पर, मुझको तो घर जाना है।
दुनिया में परिवार मेरा घर, सबसे बड़ा खजाना है।।
झूठे सपनों की दुनिया में, सच्चे सपने टूट रहे।
दौलत का मुख देख रहे तो अपने सारे छूट रहे।
रूठ टूटकर बिखर न जाए, संबंधों को बचाना है।
दुनिया में परिवार मेरा घर, सबसे बड़ा खजाना है।।
परछाई संग एकाकीपन, पल-पल मुझ पर हँसता है।
चलना पड़े सफर में अकेले, ,, मंजिल कैसा रस्ता है।
चलो लौटकर नीड पे अपने, जिसको स्वर्ग बनाना है।
दुनिया में परिवार मेरा घर, सबसे बड़ा खजाना है।।
आजीवन जीवन को जी लें, सम्बन्धों को साथ रखें।
अपने सिर पे अपनो का, अपनो के सिर पर हाथ रखें।
अपनापन है खरी कमाई, चल “संतोष” कमाना है।
दुनिया में परिवार मेरा घर, सबसे बड़ा खजाना है।।
संतोष बरमैया #जय