परिंदों का भी आशियां ले लिया…
परिंदों का भी आशियां ले लिया…
कहाँ खत्म हैं ये तेरी हसरतें…
तुझे चाहिए बंदिशों में हवा…
खुले आसमां की नहीं चाहतें
परिंदों का भी आशियां ले लिया…
कहाँ खत्म हैं ये तेरी हसरतें…
तुझे चाहिए बंदिशों में हवा…
खुले आसमां की नहीं चाहतें