Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Mar 2024 · 1 min read

परदेसी की याद में, प्रीति निहारे द्वार ।

परदेसी की याद में, प्रीति निहारे द्वार ।
हर पल बीते कल्प सा, हार गया शृंगार ।
हर करवट पर वेदना, देती तेरी याद –
निष्ठुर तेरी प्रीत में, तड़पे सब स्वीकार ।

सुशील सरना / 18-3-24

178 Views

You may also like these posts

गरीबी और लाचारी
गरीबी और लाचारी
Mukesh Kumar Sonkar
कंडक्टर सा हो गया, मेरा भी किरदार
कंडक्टर सा हो गया, मेरा भी किरदार
RAMESH SHARMA
सभी सिखला रहे थे जो सदा सद्धर्म नैतिकता।
सभी सिखला रहे थे जो सदा सद्धर्म नैतिकता।
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
जल बचाकर
जल बचाकर
surenderpal vaidya
*हरेली तिहार मनाबो जी*
*हरेली तिहार मनाबो जी*
Dushyant Kumar Patel
23 Be Blissful
23 Be Blissful
Santosh Khanna (world record holder)
हिंदी दोहे - भविष्य
हिंदी दोहे - भविष्य
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
जीवन के किसी भी मोड़ पर
जीवन के किसी भी मोड़ पर
Dr fauzia Naseem shad
23/214. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/214. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"इन्तजार"
Dr. Kishan tandon kranti
उधारी
उधारी
Sandeep Pande
अब इन सियासी बेवक़ूफों को कौन समझाए कि
अब इन सियासी बेवक़ूफों को कौन समझाए कि "कुश्ती" और "नूरा-कुश्
*प्रणय*
She -
She -
पूर्वार्थ
रंजीत कुमार शुक्ला
रंजीत कुमार शुक्ला
हाजीपुर
एक भगाहा
एक भगाहा
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
आकाश मेरे ऊपर
आकाश मेरे ऊपर
Shweta Soni
खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया
खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
- अपनो से आघात -
- अपनो से आघात -
bharat gehlot
फिर से सताओ मुझको पहले की तरह,
फिर से सताओ मुझको पहले की तरह,
Jyoti Roshni
कहने की कोई बात नहीं है
कहने की कोई बात नहीं है
Suryakant Dwivedi
खींच तान के बात को लम्बा करना है ।
खींच तान के बात को लम्बा करना है ।
Moin Ahmed Aazad
कहने से हो जाता विकास, हाल यह अब नहीं होता
कहने से हो जाता विकास, हाल यह अब नहीं होता
gurudeenverma198
वृंदा तुलसी पेड़ स्वरूपा
वृंदा तुलसी पेड़ स्वरूपा
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ऐसा वर दो हे वीणावादिनी ©डॉ. अमित कुमार दवे, खड़गदा
ऐसा वर दो हे वीणावादिनी ©डॉ. अमित कुमार दवे, खड़गदा
अमित कुमार दवे
सदा दूर रहो गम की परछाइयों से,
सदा दूर रहो गम की परछाइयों से,
Ranjeet kumar patre
मसान।
मसान।
Manisha Manjari
रुक -रुक कर रुख पर गिरी,
रुक -रुक कर रुख पर गिरी,
sushil sarna
अनहोनी समोनी
अनहोनी समोनी
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
मेरा हमेशा से यह मानना रहा है कि दुनिया में ‌जितना बदलाव हमा
मेरा हमेशा से यह मानना रहा है कि दुनिया में ‌जितना बदलाव हमा
Rituraj shivem verma
विज्ञापन
विज्ञापन
MEENU SHARMA
Loading...