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1 Feb 2018 · 1 min read

पनप रहा उन्माद

मंशा मे होंगे नही,…… …कामयाब गद्दार !
अफवाओं की मोड़ दी,हमने अगर बयार !!

करें उपद्रव वे कभी, करते कभी फसाद !
दिल में जिनके पाप का,पनप रहा उन्माद !!
रमेश शर्मा.

Language: Hindi
1 Like · 404 Views
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