Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Sep 2022 · 2 min read

*पदयात्रा का मतलब (हास्य व्यंग्य)*

पदयात्रा का मतलब (हास्य व्यंग्य)
____________________________
जब किसी व्यक्ति के पास कोई पद नहीं होता है, तब वह पदयात्रा आरंभ करने की अवश्य ही सोचता है । पदयात्रा का सीधा साधा मतलब यह होता है; पद के लिए यात्रा अर्थात या तो कोई पद मिल जाए और जीवन की शुरुआत हो जाए अथवा जो पुराना खोया हुआ पद है, वह वापस आ जाए । इसी को पदयात्रा कहते हैं ।
बहुत से लोग इस गलतफहमी में रहते हैं कि पदयात्रा का पैदल चलने से कोई संबंध होता है । पैदल चलना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक रहता है, इसलिए व्यक्ति पदयात्रा करे या न करे, थोड़ा-बहुत पैदल तो चलता ही है । लेकिन उसके बाद उसे अपनी सुख-सुविधाओं से भरी हुई जिंदगी में वापस लौटना ही पड़ता है । यह थोड़ी है कि अगर पदयात्रा की है, तो पैदल चलता रहे । सूखी रोटी खाए, झोपड़ी में रहे, मटके का पानी पिए- यह सब पदयात्रा का अर्थ नहीं होता ।
पदयात्रा के बाद कई बार लोगों को पद मिल जाता है। जिनको पद मिलता है, उनकी पदयात्रा सफल मानी जाती है। लोग उनके पास उनके अनुभव पूछने आते हैं । उनकी पदयात्रा पर शोध-प्रबंध लिखे जाते हैं और उन्हें एक सफल पदयात्री के रूप में भविष्य के पद-यात्री अपने प्रेरणा स्रोत के रूप में देखते हैं।
कई बार पदयात्रा तो जोरदार हो जाती है । माइक,भीड़, फोटोग्राफर -सब कुछ बहुत चमाचम रहता है, लेकिन पद फिर भी नहीं मिलता । कई बार जनता चुनाव में हरा देती है । कई बार पार्टी के भीतर व्यक्ति मात खा जाते हैं । असफल पदयात्रा को इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में नहीं लिखा जाता । कई बार तो इतिहास के प्रष्ठों पर ऐसी पदयात्राओं का जिक्र भी नहीं होता ।
इतिहास बड़ा निर्मम होता है। वह केवल सफल लोगों को याद रखता है । पदयात्रा निकालो या बस-यात्रा निकालो या टैक्सी-यात्रा निकालो, लेकिन यात्रा का मूल उद्देश्य यात्री को कभी नहीं भूलना चाहिए । जिससे पद मिल जाए, वह यात्रा सफल है और जिससे पदयात्रा के बाद भी आदमी पैदल ही रहे, वह काहे की पदयात्रा ?
—————————————–
लेखक : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा
रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

1 Like · 1 Comment · 743 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
मत गमों से डर तू इनका साथ कर।
मत गमों से डर तू इनका साथ कर।
सत्य कुमार प्रेमी
एक है ईश्वर
एक है ईश्वर
Dr fauzia Naseem shad
लगाकर तू दिल किसी से
लगाकर तू दिल किसी से
gurudeenverma198
*नेता जी के घर मिले, नोटों के अंबार (कुंडलिया)*
*नेता जी के घर मिले, नोटों के अंबार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
2977.*पूर्णिका*
2977.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चाँदनी .....
चाँदनी .....
sushil sarna
किवाङ की ओट से
किवाङ की ओट से
Chitra Bisht
क्या तुम कभी?
क्या तुम कभी?
Pratibha Pandey
बेरोजगारी का दानव
बेरोजगारी का दानव
Anamika Tiwari 'annpurna '
बुंदेली दोहा-नदारौ
बुंदेली दोहा-नदारौ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"Awakening by the Seashore"
Manisha Manjari
प्रेम ही जीवन है।
प्रेम ही जीवन है।
Acharya Rama Nand Mandal
किसी मुस्क़ान की ख़ातिर ज़माना भूल जाते हैं
किसी मुस्क़ान की ख़ातिर ज़माना भूल जाते हैं
आर.एस. 'प्रीतम'
कचनार kachanar
कचनार kachanar
Mohan Pandey
24--- 🌸 कोहरे में चाँद 🌸
24--- 🌸 कोहरे में चाँद 🌸
Mahima shukla
"विकल्प रहित"
Dr. Kishan tandon kranti
*यार के पैर  जहाँ पर वहाँ  जन्नत है*
*यार के पैर जहाँ पर वहाँ जन्नत है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
राजनीती
राजनीती
Bodhisatva kastooriya
मनुष्य का उद्देश्य केवल मृत्यु होती हैं
मनुष्य का उद्देश्य केवल मृत्यु होती हैं
शक्ति राव मणि
मेरा आसमां 🥰
मेरा आसमां 🥰
DR ARUN KUMAR SHASTRI
-Relationships require effort.
-Relationships require effort.
पूर्वार्थ
सिलसिला
सिलसिला
Ramswaroop Dinkar
#शेर-
#शेर-
*प्रणय प्रभात*
सफर 👣जिंदगी का
सफर 👣जिंदगी का
डॉ० रोहित कौशिक
बाहर मीठे बोल परिंदे..!
बाहर मीठे बोल परिंदे..!
पंकज परिंदा
करवा चौथ@)
करवा चौथ@)
Vindhya Prakash Mishra
दुनियादारी....
दुनियादारी....
Abhijeet
എന്റെ കണ്ണൻ
എന്റെ കണ്ണൻ
Heera S
कुछ काम करो , कुछ काम करो
कुछ काम करो , कुछ काम करो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मेरा प्रेम पत्र
मेरा प्रेम पत्र
डी. के. निवातिया
Loading...