पत्नी से पंगा लिया, समझो बेड़ा गर्क ।
पत्नी से पंगा लिया, समझो बेड़ा गर्क ।
उल्टा लेगी अर्थ वो , जितने दोगे तर्क ।
जितने दोगे तर्क , बढ़ेंगी उतनी बातें ।
होगा वाद विवाद , कटेंगी रोते रातें ।
कह ‘ सरना’ कविराय, प्रीति तुम करना इतनी ।
हाथ पकड़कर साथ, निभाये हरदम पत्नी ।
सुशील सरना / 9-6-24