Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Dec 2023 · 1 min read

–: पत्थर :–

–: पत्थर :–

पत्थरों, पेड़ों, नदी को पूजते
प्रकृति का संरक्षण हमारा मंत्र है
ईश्वर की प्रार्थना कैसे भी करें
सनातन में हर कोई स्वतंत्र है

पत्थरों से मूर्तियां हमने गढ़ीं
अनगिनत छवियाँ भी उकेरी गयीं
साकार को पूजें या माने निराकार
न बंधन, न विवशता थोपी गयीं

पत्थरों से ही देवालय बने
शिल्प और सौंदर्य अद्वितीय हैं
मनन, चिंतन,सत्संग के लिये
शांति के स्थल अतुलनीय हैं

पत्थरों ने लेकिन सोचा न था
कल ये ऐसे हाथ में भी जाएंगे
तोड़कर फेंकेंगा इंसा की तरफ
जख्म, गहरे घाव ये दे जाएंगे

1 Like · 4 Comments · 410 Views

You may also like these posts

दोहा पंचक. . . . कल
दोहा पंचक. . . . कल
sushil sarna
ज़िंदगी नही॔ होती
ज़िंदगी नही॔ होती
Dr fauzia Naseem shad
शब्दों में प्रेम को बांधे भी तो कैसे,
शब्दों में प्रेम को बांधे भी तो कैसे,
Manisha Manjari
या देवी सर्वभूतेषु विद्यारुपेण संस्थिता
या देवी सर्वभूतेषु विद्यारुपेण संस्थिता
Sandeep Kumar
रतजगा
रतजगा
ओनिका सेतिया 'अनु '
मेरे  गीतों  के  तुम्हीं अल्फाज़ हो
मेरे गीतों के तुम्हीं अल्फाज़ हो
Dr Archana Gupta
अब कहां लौटते हैं नादान परिंदे अपने घर को,
अब कहां लौटते हैं नादान परिंदे अपने घर को,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
युद्ध
युद्ध
Shashi Mahajan
कभी ना होना तू निराश, कभी ना होना तू उदास
कभी ना होना तू निराश, कभी ना होना तू उदास
gurudeenverma198
मेरे तुम हो
मेरे तुम हो
Rambali Mishra
जनता दरबार
जनता दरबार
Ghanshyam Poddar
ऐसा वर दो हे वीणावादिनी ©डॉ. अमित कुमार दवे, खड़गदा
ऐसा वर दो हे वीणावादिनी ©डॉ. अमित कुमार दवे, खड़गदा
अमित कुमार दवे
पायल
पायल
Dinesh Kumar Gangwar
When conversations occur through quiet eyes,
When conversations occur through quiet eyes,
पूर्वार्थ
*तिरंगा (बाल कविता)*
*तिरंगा (बाल कविता)*
Ravi Prakash
शुभ दिन सब मंगल रहे प्रभु का हो वरदान।
शुभ दिन सब मंगल रहे प्रभु का हो वरदान।
सत्य कुमार प्रेमी
"होशियार "
Dr. Kishan tandon kranti
गीत- कभी हँसकर कभी रोकर...
गीत- कभी हँसकर कभी रोकर...
आर.एस. 'प्रीतम'
3204.*पूर्णिका*
3204.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जब से देखा है तुमको
जब से देखा है तुमको
Ram Krishan Rastogi
नई बातें
नई बातें
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
कहमुकरी
कहमुकरी
डॉ.सीमा अग्रवाल
विचार
विचार
Kanchan verma
रिश्तो से जितना उलझोगे
रिश्तो से जितना उलझोगे
Harminder Kaur
तुमको हक है जिंदगी अपनी जी लो खुशी से
तुमको हक है जिंदगी अपनी जी लो खुशी से
VINOD CHAUHAN
ग़ज़ल _ शरारत जोश में पुरज़ोर।
ग़ज़ल _ शरारत जोश में पुरज़ोर।
Neelofar Khan
मुफलिसो और बेकशों की शान में मेरा ईमान बोलेगा।
मुफलिसो और बेकशों की शान में मेरा ईमान बोलेगा।
Phool gufran
टूटे नहीं
टूटे नहीं
हिमांशु Kulshrestha
ये रिश्ते
ये रिश्ते
सोनू हंस
ना देखा कोई मुहूर्त,
ना देखा कोई मुहूर्त,
आचार्य वृन्दान्त
Loading...