पत्तों से जाकर कोई पूंछे दर्द बिछड़ने का।
पत्तों से जाकर कोई पूंछे दर्द बिछड़ने का।
गुनाह क्या है उनका यूं साख से गिरने का।।
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️
पत्तों से जाकर कोई पूंछे दर्द बिछड़ने का।
गुनाह क्या है उनका यूं साख से गिरने का।।
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️