पति-पत्नी, परिवार का शरीर होते हैं; आत्मा तो बच्चे और बुजुर् पति-पत्नी, परिवार का शरीर होते हैं; आत्मा तो बच्चे और बुजुर्ग होते हैं। “मौज”