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16 Jan 2020 · 1 min read

पतझड़

1
रहते साथ
हो रहे पतझड़
नयी उम्मीदें

2
ये पतझड़
सूने वृक्ष अंगना
कोपल नयी

स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल

Language: Hindi
357 Views
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