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31 Mar 2024 · 1 min read

पतझड़ के मौसम हो तो पेड़ों को संभलना पड़ता है

पतझड़ के मौसम हो तो पेड़ों को संभलना पड़ता है
जिंदगी के तमाम रास्तों में तन्हा चलना पड़ता है….

कहीं धूप हो ,कहीं अंधेरा कहीं-कहीं गर्दिस भी
भौर को लाने की खातिर रातों से लड़ना पड़ता है

✍️𝔻𝕣.𝔻𝕖𝕖𝕡𝕒𝕜 𝕤𝕒𝕣𝕒𝕝

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