Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jun 2024 · 1 min read

पढ़ा हुआ अखबार

आया ऐसा भी नज़र ,लोगों का किरदार ।
जैसे पड़ा दराज में, पढ़ा हुआ अखबार ।।
रमेश शर्मा.

Language: Hindi
1 Like · 72 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

कभी खामोश रहता है, कभी आवाज बनता है,
कभी खामोश रहता है, कभी आवाज बनता है,
Rituraj shivem verma
मोहक हरियाली
मोहक हरियाली
Surya Barman
अब मुझे जाने दे
अब मुझे जाने दे
Jyoti Roshni
3838.💐 *पूर्णिका* 💐
3838.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मैं चल पड़ा हूं कहीं.. एकांत की तलाश में...!!
मैं चल पड़ा हूं कहीं.. एकांत की तलाश में...!!
Ravi Betulwala
" कू कू "
Dr Meenu Poonia
याद है पास बिठा के कुछ बाते बताई थी तुम्हे
याद है पास बिठा के कुछ बाते बताई थी तुम्हे
Kumar lalit
कल गोदी में खेलती थी
कल गोदी में खेलती थी
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
संवेदना
संवेदना
Kanchan verma
समय की महत्ता
समय की महत्ता
उमा झा
भ्रमर और तितली.
भ्रमर और तितली.
Heera S
आँखों का कोना,
आँखों का कोना,
goutam shaw
"सही मायने में तो साथ देते हैं ll
पूर्वार्थ
बसंत
बसंत
Indu Nandal
मंथन
मंथन
Ashwini sharma
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
चॅंद्रयान
चॅंद्रयान
Paras Nath Jha
बाल कविता –
बाल कविता –
पूनम दीक्षित
दिल का कोई
दिल का कोई
Dr fauzia Naseem shad
वक्त को पीछे छोड़ दिया
वक्त को पीछे छोड़ दिया
Dheerja Sharma
जिंदगी में सफ़ल होने से ज्यादा महत्वपूर्ण है कि जिंदगी टेढ़े
जिंदगी में सफ़ल होने से ज्यादा महत्वपूर्ण है कि जिंदगी टेढ़े
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बलिदान
बलिदान
लक्ष्मी सिंह
ਹਕੀਕਤ ਜਾਣਦੇ ਹਾਂ
ਹਕੀਕਤ ਜਾਣਦੇ ਹਾਂ
Surinder blackpen
-आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपया हो गया -
-आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपया हो गया -
bharat gehlot
अपना-अपना
अपना-अपना "टेलिस्कोप" निकाल कर बैठ जाएं। वर्ष 2047 के गृह-नक
*प्रणय*
" जीत "
Dr. Kishan tandon kranti
*बहू- बेटी- तलाक*
*बहू- बेटी- तलाक*
Radhakishan R. Mundhra
Love story of Pink and Blue
Love story of Pink and Blue
Deep Shikha
मत जागरूकता
मत जागरूकता
Juhi Grover
देख रे भईया फेर बरसा ह आवत हे......
देख रे भईया फेर बरसा ह आवत हे......
रेवा राम बांधे
Loading...