**** पट पीछे छिपी है ****
10.11.17 *** सन्ध्या *** 5.01
पट झीना पट भीतर है झीनी मुस्कान
दन्तावली से झांक रही झीनी मुस्कान
मुस्काती मेहंदी-संग आस पियामिलन
झुका है आकाश देख-देख ये मुस्कान ।।
?मधुप बैरागी
10.11.17 *** सन्ध्या *** 5.15
पट पीछे छिपी है मधुर-मधुर मुस्कान मनोहर
मन-हास चेहरा-उजास मधुर मुस्कान मनोहर
रंग-मेहंदी-संग मन-रंग-संग-पिया- मन-भावन
आज नवेली-नार देखो मधुर मुस्कान मनोहर ।।
?मधुप बैरागी