पकड़ मजबूत रखना हौसलों की तुम “नवल” हरदम । पकड़ मजबूत रखना हौसलों की तुम “नवल” हरदम । बहाने से सदा मिलते हैं दुश्मन हो या फिर मुश्किल।।