पंचचामर मुक्तक
पंचचामर मुक्तक
1212 1212,1212 1212
प्रणय पराग लीन श्याम राधिका विहारते।
कलोल मोद प्रीति से मनोज को पुकारते।
समीर चूमती घटा प्रसंग गीत गा रही,
सुधा लिए सु-चंद्र की,विभावरी सँवारते।
नीलम शर्मा ✍️
पंचचामर मुक्तक
1212 1212,1212 1212
प्रणय पराग लीन श्याम राधिका विहारते।
कलोल मोद प्रीति से मनोज को पुकारते।
समीर चूमती घटा प्रसंग गीत गा रही,
सुधा लिए सु-चंद्र की,विभावरी सँवारते।
नीलम शर्मा ✍️