पंखो सी हलकी मुस्कान तुम्हारी ,
पंखो सी हलकी मुस्कान तुम्हारी ,
दिलकी गहराईयों में पोहचती हैं,
रिमझीम फुहार हों बारीश की ,
मेरे दिलकों भिगाते रहती हैं …
पंखो सी हलकी मुस्कान तुम्हारी ,
दिलकी गहराईयों में पोहचती हैं,
रिमझीम फुहार हों बारीश की ,
मेरे दिलकों भिगाते रहती हैं …