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14 Nov 2024 · 1 min read

न रोने की कोई वजह थी,

न रोने की कोई वजह थी,
न हंसने का कोई बहाना था,
बचपन के दिन भी क्या दिन थे,
बड़ा मजेदार जमाना था।

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