*न्याय दिलाओ*
न्याय दिलाओ
है संजय अब आ जाओ
बंगाल की पीड़िता का
आंखों देखा हाल सुनाओ
यह बड़ी दुखद मौमिता की कहानी
जिसे पूरी दुनिया को है सुनानी
जिसकी चीखें सेमिनार हॉल से
ना बाहर आई
अब तुम उस दुष्कर्म का
पूरा हाल बताओ
कोई भेद मत छुपाओ
कुछ ना कर पा रही है
सरकारें और सीबीआई
हम सब ने इनसे कितनी आस लगाई
दुष्कर्मी व नेता ने मेल जोड़ बढ़ाई
ना हुई न्याय की खुदाई
हे कृष्ण आ जाओ
उन दरिंदो को यमलोक ले जाओ
हजारों कोड़ों से पिटवाओ
इनको इतने कष्ट दिलाओ
इस युग में कोई भी दरिंदा
किसी बालिका पर आंख ना उठाये
समाज को जगाओ
पीड़िता की आवाज
जन-जन तक पहुंचाओ
न्याय दिलाओ न्याय दिलाओ
मौलिक एवं स्वरचित
मधु शाह (१५-८-२४)