Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Apr 2022 · 2 min read

नेकी कर इंटरनेट पर डाल

“ नेकी कर इंटरनेट पर डाल “

आजकल सोशल मीडिया पर उफान चल रहा हैं ! यूं कहें तो दुनिया वायरल के दरिया में डूबी हुई हैं ! सभी सामानों का सेंसेक्स शून्य पर हैं ! ऐसे में एक चीज़ का चलन सातवें आसमान पर हैं वो हैं – चैरिटी की चाहत ! सब अपनी करनी पार उतरने को उतावले हैं । हरेक के मन में चैरिटी का भाव हिलोरें ले रहा है, ले भी क्यों ना ? चैरिटी मनुष्य चरित्र का एंटिक गुण जो ठहरा ? सच में सदियों का साथ रहा हैं उदारता और मानव का ! लेकीन कालांतर में चावार्क अवतरित हुए तो मानव मन में उदारी के साथ उधारी का भी चोली दामन का रिश्ता जुड़ गया ! धीरे धीरे उदारीकरण का दौर आया और उधारी फेविकोल का जोड़ बनकर उभरा-जो ना टूटेगा ना छूटेगा ! जब तक मानव हैं उधारी का भाव चराचर में चलेगा और दोड़ेगा !
उदारता के कारण गरीबों के गिरेहबान में झांकने वाले लोगो की लाइन खड़ी हुई हैं ! एक को बुलावो पांच हाजिर होते हैं ! कुछ कर गुजरने की कशमकश ने निठल्लो के पैरों में भी घुंघरू बांध दिये हैं ! महामारी और हारी बीमारी की घनघोर घटाओं में भले लोगों की सद्भावना बिजली की तरह चमक रही हैं ! चमचमाती नई पोशाक पहने समाजसेवियों की फ़ौज कुकरमुत्तो की भांति उग आई हैं ! ये गरीबों में नाज नोन तेल दोड़-दोड़ कर बाँट रहे हैं ! कोई पशुओ को चारा खिला रहा हैं ! जीवो और जीने दो का भाव चारों ओर चरितार्थ हो रहा हैं ! सब कुछ सामाजिक समरसता का सुखद अहसास हैं !
हमारे मोहल्ला में उधार लेकर घी पीने वाले कालू भाई को भी चैरिटी का चस्का चढ़ आया है ! सुबह-सुबह बाजार चल दिये ! कालू भाई ने ज्योंही भारी भरकम लिस्ट आगे बढ़ाई ! फलवाले ने लिस्ट लेकर देखी और कालू भाई के साथ आये दस लोगो को एकटक निहारा ! फलवाले के होश फाख्ता हो गये ! एक साथ पूरे अढाई किलो केलों का ऑर्डर ! बेचारा भावनाओ के भंवर में गोते खाने लगा ! वहाँ से केले लेकर निकली टोली ने दिन भर में सारे केले बांट दिये ! सबके मन में एक भाव- वाकई नेकी कर कुए में डाल । उदारता वाले पुरुषो में शुमार कालू भाई नमनीय हैं !
इतने में जेब में पड़ा मोबाइल गुर्राया ! मैंने ज्योंही व्हाट्सएप्प,फेसबुक ,इन्स्टाग्राम की देहरी पर दस्तक दी ! आँखे चुंधिया गई ! सोशल मीडिया के हर प्लेटफार्म पर चैरिटी की हजारों,लाखों फोटो ,वीडियो वायरल हो रहे हैं ! इनमे कालू भाई और उनके साथियों की फोटो भी ट्रैंड कर रही हैं ! कालू भाई नेकी कर कुए में डाल के मोडिफाई रूप नेकी कर नेट पर डाल को मानते हैं ! वे सात समाजसेवी साथियों संग एक गरीब को केला देकर पुण्य कमा रहे हैं ! केप्शन में एक पंक्ति टंगी हैं – चिड़ी चोँच भर ले गई नदी न घटियों नीर ! दिये धन ना घटे कह गये दास कबीर !!

© हरीश सुवासिया
आर.ई.एस.
देवली कलां (पाली)
9784403104

2 Likes · 4 Comments · 521 Views

You may also like these posts

” भेड़ चाल “
” भेड़ चाल “
ज्योति
हरियाली तीज
हरियाली तीज
RAMESH SHARMA
* कभी दूरियों को *
* कभी दूरियों को *
surenderpal vaidya
* मुस्कुराते हैं हम हमी पर *
* मुस्कुराते हैं हम हमी पर *
भूरचन्द जयपाल
*लाल सरहद* ( 13 of 25 )
*लाल सरहद* ( 13 of 25 )
Kshma Urmila
सलाह के सौ शब्दों से
सलाह के सौ शब्दों से
Ranjeet kumar patre
क्या कहेंगे लोग
क्या कहेंगे लोग
Surinder blackpen
3711.💐 *पूर्णिका* 💐
3711.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
*शुभ स्वतंत्रता दिवस हमारा (बाल कविता)*
*शुभ स्वतंत्रता दिवस हमारा (बाल कविता)*
Ravi Prakash
"असफलता"
Dr. Kishan tandon kranti
आइए मेरे हृदय में
आइए मेरे हृदय में
indu parashar
दिल पर साजे बस हिन्दी भाषा
दिल पर साजे बस हिन्दी भाषा
Sandeep Pande
रिश्ते बनते रहें इतना ही बहुत हैं, सब हँसते रहें इतना ही बहु
रिश्ते बनते रहें इतना ही बहुत हैं, सब हँसते रहें इतना ही बहु
ललकार भारद्वाज
..
..
*प्रणय*
16) अभी बाकी है...
16) अभी बाकी है...
नेहा शर्मा 'नेह'
विश्वास
विश्वास
Dr fauzia Naseem shad
समाज का अलंकार
समाज का अलंकार
Rambali Mishra
वक्त अपनी करवटें बदल रहा है,
वक्त अपनी करवटें बदल रहा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*My Decor*
*My Decor*
Poonam Matia
मूक संवेदना🙏
मूक संवेदना🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जाय फिसल जब हाथ से,
जाय फिसल जब हाथ से,
sushil sarna
सोचना नहीं कि तुमको भूल गया मैं
सोचना नहीं कि तुमको भूल गया मैं
gurudeenverma198
ग़ज़ल _ क्या हुआ मुस्कुराने लगे हम ।
ग़ज़ल _ क्या हुआ मुस्कुराने लगे हम ।
Neelofar Khan
चांद की चंद्रिका
चांद की चंद्रिका
Utkarsh Dubey “Kokil”
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कविता -- भारत फिर विश्व गुरु बन जाएगा
कविता -- भारत फिर विश्व गुरु बन जाएगा
Ashok Chhabra
वो मेरा है
वो मेरा है
Rajender Kumar Miraaj
आगे पीछे का नहीं अगल बगल का
आगे पीछे का नहीं अगल बगल का
Paras Nath Jha
युद्ध लड़ेंगें जीवन का
युद्ध लड़ेंगें जीवन का
Shweta Soni
"माला"
Shakuntla Agarwal
Loading...