नूर ओ रंगत कुर्बान शक्ल की,
नूर ओ रंगत कुर्बान शक्ल की,
खुद की हर खुशी है वार दिया।
“अच्छे कल” की स्कीम में मैंने,
ऐ “जवानी” तुझे उधार दिया।
-ओश
नूर ओ रंगत कुर्बान शक्ल की,
खुद की हर खुशी है वार दिया।
“अच्छे कल” की स्कीम में मैंने,
ऐ “जवानी” तुझे उधार दिया।
-ओश