Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 May 2024 · 1 min read

नुकसान हो या मुनाफा हो

नुकसान हो या मुनाफा हो
जो तुम खफा हो तो दफा हो….
-मनोज

32 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
■ असलियत
■ असलियत
*प्रणय प्रभात*
प्रभु नृसिंह जी
प्रभु नृसिंह जी
Anil chobisa
आज ही का वो दिन था....
आज ही का वो दिन था....
Srishty Bansal
!..............!
!..............!
शेखर सिंह
जीवन का कठिन चरण
जीवन का कठिन चरण
पूर्वार्थ
मन का समंदर
मन का समंदर
Sûrëkhâ
"रुदाली"
Dr. Kishan tandon kranti
हाथों की लकीरों तक
हाथों की लकीरों तक
Dr fauzia Naseem shad
चुप्पी और गुस्से का वर्णभेद / MUSAFIR BAITHA
चुप्पी और गुस्से का वर्णभेद / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
23/47.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/47.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तकते थे हम चांद सितारे
तकते थे हम चांद सितारे
Suryakant Dwivedi
मुझे वो एक शख्स चाहिये ओर उसके अलावा मुझे ओर किसी का होना भी
मुझे वो एक शख्स चाहिये ओर उसके अलावा मुझे ओर किसी का होना भी
yuvraj gautam
उदासी एक ऐसा जहर है,
उदासी एक ऐसा जहर है,
लक्ष्मी सिंह
किन्तु क्या संयोग ऐसा; आज तक मन मिल न पाया?
किन्तु क्या संयोग ऐसा; आज तक मन मिल न पाया?
संजीव शुक्ल 'सचिन'
आंसू
आंसू
नूरफातिमा खातून नूरी
कर सत्य की खोज
कर सत्य की खोज
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
छाई रे घटा घनघोर,सखी री पावस में चहुंओर
छाई रे घटा घनघोर,सखी री पावस में चहुंओर
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ठीक है
ठीक है
Neeraj Agarwal
ऐसा बदला है मुकद्दर ए कर्बला की ज़मी तेरा
ऐसा बदला है मुकद्दर ए कर्बला की ज़मी तेरा
shabina. Naaz
सिनेमा,मोबाइल और फैशन और बोल्ड हॉट तस्वीरों के प्रभाव से आज
सिनेमा,मोबाइल और फैशन और बोल्ड हॉट तस्वीरों के प्रभाव से आज
Rj Anand Prajapati
तेरे सहारे ही जीवन बिता लुंगा
तेरे सहारे ही जीवन बिता लुंगा
Keshav kishor Kumar
హాస్య కవిత
హాస్య కవిత
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
* भोर समय की *
* भोर समय की *
surenderpal vaidya
अब कौन सा रंग बचा साथी
अब कौन सा रंग बचा साथी
Dilip Kumar
"एक दीप जलाना चाहूँ"
Ekta chitrangini
सोच
सोच
Shyam Sundar Subramanian
मेरे हैं बस दो ख़ुदा
मेरे हैं बस दो ख़ुदा
The_dk_poetry
सदियों से जो संघर्ष हुआ अनवरत आज वह रंग लाई।
सदियों से जो संघर्ष हुआ अनवरत आज वह रंग लाई।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
चाहे लाख महरूमियां हो मुझमे,
चाहे लाख महरूमियां हो मुझमे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बेरोजगार
बेरोजगार
Harminder Kaur
Loading...