– नींद न आए –
पहले कविता सुनते थे तो नींद आ जाया करती थी जिसे क्लास में,
साहित्य का रोग क्या लगा तुझे भरत,
अब गहलोत कविता न सुने तो रात को नींद न आए,
पहले कविता सुनते थे तो नींद आ जाया करती थी जिसे क्लास में,
साहित्य का रोग क्या लगा तुझे भरत,
अब गहलोत कविता न सुने तो रात को नींद न आए,