नींद ना आती तो आँचल ओढ़ा देती माँ!
नींद ना आती तो आँचल ओढ़ा देती माँ,
भूख लगती तो सागर लुटा देती माँ,
पता नहीं, बटुए में कैसे निकल आते थे दो चार रुपए!
एक माँगूँ तो दो चुपके से पॉकेट में डाल लेती माँ!!
नींद ना आती तो आँचल ओढ़ा देती माँ,
भूख लगती तो सागर लुटा देती माँ,
पता नहीं, बटुए में कैसे निकल आते थे दो चार रुपए!
एक माँगूँ तो दो चुपके से पॉकेट में डाल लेती माँ!!