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5 May 2021 · 1 min read

नींद नहीं आई।

नींद नहीं आई।
घुनता रहा,बुनता रहा।
सपनों की बराते।
कोई सोते में देखें सपने।
मैं जाग कर देखता रहा सपने।
नींद नहीं आई।
लिखता रहा ,सुनता रहा।
आत्मा की आवाजें।
खुल गये थे बंद दरवाजे।
प्रकाश हुआ ज्ञान का ।
नींद नहीं आई।
सोया नहीं खोया नहीं।
सपनों की सौगातें।
आंखों को दर्द दे कर बिसर गई रातें।
नींद नहीं आई।

Language: Hindi
2 Likes · 3 Comments · 208 Views
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