निस्वार्थ एवं कल्याणकारी भाव से दूसरों के लिए सोचना यही है स निस्वार्थ एवं कल्याणकारी भाव से दूसरों के लिए सोचना यही है सुखद और सफल जीवन का रहस्य ।