Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Jul 2024 · 1 min read

निश्चित जो संसार में,

निश्चित जो संसार में,
उस पर कैसा क्षोभ ।
इस जीवन की श्वांस का,
सदा व्यर्थ है लोभ ।।

सुशील सरना / 23-7-24

76 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
खून पसीने में हो कर तर बैठ गया
खून पसीने में हो कर तर बैठ गया
अरशद रसूल बदायूंनी
उसकी सुनाई हर कविता
उसकी सुनाई हर कविता
हिमांशु Kulshrestha
*हनुमान के राम*
*हनुमान के राम*
Kavita Chouhan
अंत में कुछ नहीं बचता है..हम हँस नहीं पाते हैं
अंत में कुछ नहीं बचता है..हम हँस नहीं पाते हैं
पूर्वार्थ
अजीब सी बेताबी है
अजीब सी बेताबी है
शेखर सिंह
एक दिया उम्मीदों का
एक दिया उम्मीदों का
Sonam Puneet Dubey
पापा के परी
पापा के परी
जय लगन कुमार हैप्पी
ठोकरें आज भी मुझे खुद ढूंढ लेती हैं
ठोकरें आज भी मुझे खुद ढूंढ लेती हैं
Manisha Manjari
खुलेआम मोहब्बत को जताया नहीं करते।
खुलेआम मोहब्बत को जताया नहीं करते।
Phool gufran
प्रभु की लीला प्रभु जाने, या जाने करतार l
प्रभु की लीला प्रभु जाने, या जाने करतार l
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
"वह मृदुल स्वप्न"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
10/20 कम हैं क्या
10/20 कम हैं क्या
©️ दामिनी नारायण सिंह
वर्तमान
वर्तमान
Kshma Urmila
*ज़िंदगी का सफर*
*ज़िंदगी का सफर*
sudhir kumar
" इम्तिहां "
Dr. Kishan tandon kranti
विवाह का आधार अगर प्रेम न हो तो वह देह का विक्रय है ~ प्रेमच
विवाह का आधार अगर प्रेम न हो तो वह देह का विक्रय है ~ प्रेमच
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
प्यार समंदर
प्यार समंदर
Ramswaroop Dinkar
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
" पुष्कर वाली धुलंडी "
Dr Meenu Poonia
होटल में......
होटल में......
A🇨🇭maanush
स्वतंत्रता सही मायने में तभी सार्थक होगा....
स्वतंत्रता सही मायने में तभी सार्थक होगा....
Ajit Kumar "Karn"
सब व्यस्त हैं जानवर और जातिवाद बचाने में
सब व्यस्त हैं जानवर और जातिवाद बचाने में
अर्चना मुकेश मेहता
*शिक्षक हमें पढ़ाता है*
*शिक्षक हमें पढ़ाता है*
Dushyant Kumar
तुम ऐसे उम्मीद किसी से, कभी नहीं किया करो
तुम ऐसे उम्मीद किसी से, कभी नहीं किया करो
gurudeenverma198
*साधुता और सद्भाव के पर्याय श्री निर्भय सरन गुप्ता : शत - शत प्रणाम*
*साधुता और सद्भाव के पर्याय श्री निर्भय सरन गुप्ता : शत - शत प्रणाम*
Ravi Prakash
!! पुलिस अर्थात रक्षक !!
!! पुलिस अर्थात रक्षक !!
Akash Yadav
3591.💐 *पूर्णिका* 💐
3591.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
প্রশ্ন - অর্ঘ্যদীপ চক্রবর্তী
প্রশ্ন - অর্ঘ্যদীপ চক্রবর্তী
Arghyadeep Chakraborty
नंगा चालीसा [ रमेशराज ]
नंगा चालीसा [ रमेशराज ]
कवि रमेशराज
सुप्रभात
सुप्रभात
डॉक्टर रागिनी
Loading...