निर्मल प्रीत।
ना बंधन कोई उम्र का,
ना रिवाज़ ना रीत है,
ना भय है खोने का,
ना है लालसा पाने की,
उदाहरण हैं रिश्तों के ऐसे भी,
जिनमें नि:स्वार्थ-निर्मल प्रीत है।
-अंबर श्रीवास्तव
ना बंधन कोई उम्र का,
ना रिवाज़ ना रीत है,
ना भय है खोने का,
ना है लालसा पाने की,
उदाहरण हैं रिश्तों के ऐसे भी,
जिनमें नि:स्वार्थ-निर्मल प्रीत है।
-अंबर श्रीवास्तव