निर्णय
जो स्वयं अपने निर्णय लेने में अक्षम होते हैं वही दूसरों के लिए गये निर्णय पर सिर झुकातेहैं, दरअसल निर्णय लेने वाला अपने अच्छे बुरे परिणाम को स्वीकार करने की क्षमता रखता है, जबकि निर्णय न लेने वाला नहीं रखता, वो दूसरों का मुँह देखता है, अंतर स्पष्ट है बस समझना आपको है ।”
डाॅ फौज़िया नसीम शाद