Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Mar 2022 · 1 min read

निरन्तरता

जिंदगी में पछतावा करना छोड़ो, कुछ ऐसा करो कि तुम्हें छोड़ देने वाले पछताए.
जो बचा है उसे सवार लो,
जो खो दिया वह लौटेगा नहीं।,
दुनिया का सबसे ताकतवर इंसान वह है,
जिसका खुद पर काबू…
मणि कुमार

Language: Hindi
Tag: लेख
1 Comment · 251 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"जोड़ो"
Dr. Kishan tandon kranti
बड़े अगर कोई बात कहें तो उसे
बड़े अगर कोई बात कहें तो उसे
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
ज़ब घिरा हों हृदय वेदना के अथाह समुन्द्र से
ज़ब घिरा हों हृदय वेदना के अथाह समुन्द्र से
पूर्वार्थ
जिन्दगी सदैव खुली किताब की तरह रखें, जिसमें भावनाएं संवेदनशी
जिन्दगी सदैव खुली किताब की तरह रखें, जिसमें भावनाएं संवेदनशी
Lokesh Sharma
ज़माने की नजर से।
ज़माने की नजर से।
Taj Mohammad
सत्य
सत्य
लक्ष्मी सिंह
किसी न किसी बहाने बस याद आया करती थी,
किसी न किसी बहाने बस याद आया करती थी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Stay grounded
Stay grounded
Bidyadhar Mantry
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह
कलम और कविता
कलम और कविता
Surinder blackpen
3992.💐 *पूर्णिका* 💐
3992.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
🥀 * गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 * गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
अन्याय होता है तो
अन्याय होता है तो
Sonam Puneet Dubey
दगा बाज़ आसूं
दगा बाज़ आसूं
Surya Barman
कहने को हर हाथ में,
कहने को हर हाथ में,
sushil sarna
पाँव पर जो पाँव रख...
पाँव पर जो पाँव रख...
डॉ.सीमा अग्रवाल
तुलनात्मक अध्ययन एक अपराध-बोध
तुलनात्मक अध्ययन एक अपराध-बोध
Mahender Singh
बरसात का मौसम तो लहराने का मौसम है,
बरसात का मौसम तो लहराने का मौसम है,
Neelofar Khan
बड़ी मादक होती है ब्रज की होली
बड़ी मादक होती है ब्रज की होली
कवि रमेशराज
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
"आज का दुर्योधन "
DrLakshman Jha Parimal
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
🚩पिता
🚩पिता
Pt. Brajesh Kumar Nayak
आज का इंसान खुद के दुख से नहीं
आज का इंसान खुद के दुख से नहीं
Ranjeet kumar patre
हाथ की लकीरें
हाथ की लकीरें
Mangilal 713
प्रभु गुण कहे न जाएं तुम्हारे। भजन
प्रभु गुण कहे न जाएं तुम्हारे। भजन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*सौलत पब्लिक लाइब्रेरी: एक अध्ययन*
*सौलत पब्लिक लाइब्रेरी: एक अध्ययन*
Ravi Prakash
#आह्वान
#आह्वान
*प्रणय*
श्याम भजन -छमाछम यूँ ही हालूँगी
श्याम भजन -छमाछम यूँ ही हालूँगी
अरविंद भारद्वाज
क़रार आये इन आँखों को तिरा दर्शन ज़रूरी है
क़रार आये इन आँखों को तिरा दर्शन ज़रूरी है
Sarfaraz Ahmed Aasee
Loading...