नियम से बंधे दशानन
दशानन आज परेशान है और बाइक पर बदहवास भागे जा रहा है, इस कारण से नहीं कि उनकी आज हत्या होगी, क्योंकि उसे मालूम है कि प्रत्येक साल ‘दशहरा’ के दिन उसे भारत की धरती पर खुद हत्या करवाने आने पड़ते हैं, ऐसा त्रेतायुग से ही यमलोक से आदेश पारित है. दरअसल, दशानन उर्फ़ रावण की परेशानी का कारण यह है कि उनकी वास्तविक हत्या के बाद पुष्पक विमान कहाँ है, उन्हें पता नहीं है और इधर के सौ वर्षों में वे भारत की यात्रा ‘बाइक’ से ही करते आ रहे हैं. यह बाइक हवा में उड़ते हैं, जल में तैरते हैं और सड़क पर दौड़ते हैं ! इस साल की पहली सितम्बर से बाइक चलाना उनके लिए तो और भी जी का जंजाल बन गया है. ‘दशहरा’ के कारण आज दुपहिया शोरूम भी बंद है कि अचानक उन्हें एक खुली शोरूम दिखा, बाइक जैसे-तैसे लगाकर वे शोरूम के अंदर भागे और तब वहाँ दस सिरवाले व्यक्ति को देखकर सभी स्टाफ़ न सिर्फ़ चौंके, अपितु डर के मारे काँप गए, किन्तु उन्होंने कहा- ‘डरिये मत, मैं भले ही रावण हूँ, किंतु मुझे आज अपनी हत्या करवाने मैदान जाना है, परंतु मेरे पास एक ही हेलमेट है, नौ और चाहिए, ताकि मोटर व्हीकल्स एक्ट 2019 के तहत बेरोकटोक हत्यास्थल पहुँच सकूँ !’ शोरूम स्टाफ भी अभी शटर गिराकर रावण-वध कार्यक्रम देखने निकलने ही वाले थे कि रावण के अप्रत्याशित आगमन से उन स्टाफ में एक सीनियर स्टाफ ने थरथर काँपते हुए हाथ जोड़कर कहा- ‘सर, 2 अक्टूबर से ही हेलमेट की शॉर्टिंग हो गई है और हमसब भी वहीं निकलने ही वाले थे कि आप साक्षात पधारे. डर तो लग रहा है, किंतु अच्छा भी लग रहा है कि राम को तो साक्षात नहीं देखा, पर रा… ओह… आपको लाइव देख रहा हूँ, सर ! हम यहाँ नौ स्टाफ हैं, सभी नौ के हेलमेट ले लीजिए, एक तो आप पहले से पहने है ही और ये सभी 9 गिफ़्ट हैं आपके लिए ! हमसब जब आपको साक्षात देख ही लिए और फिर मैं आपके इस ट्रैफिक नियमों के अनुपालन से प्रेरित हो अपने सभी स्टाफ की ओर से प्रण लेते हैं कि हत्या व वध व मर्डर दृश्य अब से नहीं देखूँगा, यह तो मानवाधिकार उल्लंघन का निकृष्टतम उदाहरण है !’ रावण इस सीनियर स्टाफ की बातों को सुन भाव-विह्वल हो गए और फिर सभी दसों हेलमेट को ठीक से पहना, उनके हुक लगाया तथा यमलोक के आदेशानुपालन को साकार करने व सालाना हत्या कार्यक्रम में शामिल होने खुद के वधवाले मैदान की ओर बाइक की दिशा मोड़ दिए….