Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Jul 2022 · 2 min read

नियति

✒️📙जीवन की पाठशाला 📖🖋️

🙏 मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹

जंगल में एक गर्भवती हिरनी बच्चे को जन्म देने को थी। वो एकांत जगह की तलाश में घुम रही थी, कि उसे नदी किनारे ऊँची और घनी घास दिखी। उसे वो उपयुक्त स्थान लगा शिशु को जन्म देने के लिये।
.
वहां पहुँचते ही उसे प्रसव पीडा शुरू हो गयी।
उसी समय आसमान में घनघोर बादल वर्षा को आतुर हो उठे और बिजली कडकने लगी।

उसने दाये देखा, तो एक शिकारी तीर का निशाना, उस की तरफ साध रहा था। घबराकर वह दाहिने मुडी, तो वहां एक भूखा शेर, झपटने को तैयार बैठा था। सामने सूखी घास आग पकड चुकी थी और पीछे मुडी, तो नदी में जल बहुत था।

मादा हिरनी क्या करती ? वह प्रसव पीडा से व्याकुल थी। अब क्या होगा ? क्या हिरनी जीवित बचेगी ? क्या वो अपने शावक को जन्म दे पायेगी ? क्या शावक जीवित रहेगा ?

क्या जंगल की आग सब कुछ जला देगी ? क्या मादा हिरनी शिकारी के तीर से बच पायेगी ?क्या मादा हिरनी भूखे शेर का भोजन बनेगी ?
वो एक तरफ आग से घिरी है और पीछे नदी है। क्या करेगी वो ?

हिरनी अपने आप को शून्य में छोड, अपने बच्चे को जन्म देने में लग गयी। कुदरत का कारिष्मा देखिये। बिजली चमकी और तीर छोडते हुए, शिकारी की आँखे चौंधिया गयी। उसका तीर हिरनी के पास से गुजरते, शेर की आँख में जा लगा,शेर दहाडता हुआ इधर उधर भागने लगा।और शिकारी, शेर को घायल ज़ानकर भाग गया। घनघोर बारिश शुरू हो गयी और जंगल की आग बुझ गयी। हिरनी ने शावक को जन्म दिया।

हमारे जीवन में भी कभी कभी कुछ क्षण ऐसे आते है, जब हम चारो तरफ से समस्याओं से घिरे होते हैं और कोई निर्णय नहीं ले पाते। तब सब कुछ नियति के हाथों सौंपकर अपने उत्तरदायित्व व प्राथमिकता पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए।

अन्तत: यश, अपयश ,हार ,जीत, जीवन,मृत्यु का अन्तिम निर्णय ईश्वर करता है।हमें उस पर विश्वास कर उसके निर्णय का सम्मान करना चाहिए।

कुछ लोग हमारी सराहना करेंगे,
तो कुछ लोग हमारी आलोचना करेंगे।

दोनों ही मामलों में हम फायदे में हैं।
एक हमें प्रेरित करेगा और दूसरा हमारे भीतर सुधार लाएगा।।

अपनी दुआओं में हमें याद रखें 🙏

बाकी कल ,खतरा अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क 😷 है जरूरी ….सावधान रहिये -सतर्क रहिये -निस्वार्थ नेक कर्म कीजिये -अपने इष्ट -सतगुरु को अपने आप को समर्पित कर दीजिये ….!
🙏सुप्रभात 🌹
आपका दिन शुभ हो
विकास शर्मा'”शिवाया”
🔱जयपुर -राजस्थान 🔱

Language: Hindi
589 Views

You may also like these posts

राजकुमारी कार्विका
राजकुमारी कार्विका
Anil chobisa
क्रिसमस डे
क्रिसमस डे
Sudhir srivastava
फिर आई बरसात फिर,
फिर आई बरसात फिर,
sushil sarna
बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ सब कहते हैं।
बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ सब कहते हैं।
राज वीर शर्मा
माता की ममता
माता की ममता
अवध किशोर 'अवधू'
ख्याल तुम्हारा आता है जब रात ये आधी लगती है*
ख्याल तुम्हारा आता है जब रात ये आधी लगती है*
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
Crush
Crush
Vedha Singh
अजीब बात है
अजीब बात है
shabina. Naaz
"संकेत"
Dr. Kishan tandon kranti
सम्मुख आकर मेरे ये अंगड़ाई क्यों.?
सम्मुख आकर मेरे ये अंगड़ाई क्यों.?
पंकज परिंदा
लिबासों की तरह, मुझे रिश्ते बदलने का शौक़ नहीं,
लिबासों की तरह, मुझे रिश्ते बदलने का शौक़ नहीं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तू मेरे ख्वाब में एक रात को भी आती अगर
तू मेरे ख्वाब में एक रात को भी आती अगर
Phool gufran
*न्याय दिलाओ*
*न्याय दिलाओ*
Madhu Shah
आहत हूॅ
आहत हूॅ
Dinesh Kumar Gangwar
सब लोग जिधर वो हैं उधर देख रहे हैं
सब लोग जिधर वो हैं उधर देख रहे हैं
Rituraj shivem verma
छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस
छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
शक करके व्यक्ति अपने वर्तमान की खुशियों को को देता है रिश्तो
शक करके व्यक्ति अपने वर्तमान की खुशियों को को देता है रिश्तो
Rj Anand Prajapati
आप खुद का इतिहास पढ़कर भी एक अनपढ़ को
आप खुद का इतिहास पढ़कर भी एक अनपढ़ को
शेखर सिंह
4613.*पूर्णिका*
4613.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चाय और प्रेम
चाय और प्रेम
पूर्वार्थ
नजरअंदाज करने के
नजरअंदाज करने के
Dr Manju Saini
आप चाहे हज़ार लाख प्रयत्न कर लें...
आप चाहे हज़ार लाख प्रयत्न कर लें...
Ajit Kumar "Karn"
वो पुरुष हैं
वो पुरुष हैं
Sonam Puneet Dubey
सत्य की खोज
सत्य की खोज
ललकार भारद्वाज
*जीत का जश्न*
*जीत का जश्न*
Santosh kumar Miri
जो पास है
जो पास है
Shriyansh Gupta
क़तरा क़तरा कटती है जिंदगी यूँ ही
क़तरा क़तरा कटती है जिंदगी यूँ ही
Atul "Krishn"
"राहों की बाधाओं से ,
Neeraj kumar Soni
कितनी    बेचैनियां    सताती    हैं,
कितनी बेचैनियां सताती हैं,
Dr fauzia Naseem shad
क्या मिला है मुझको, अहम जो मैंने किया
क्या मिला है मुझको, अहम जो मैंने किया
gurudeenverma198
Loading...