निगाहें
?????????????
वो न जाने रोज कितने कल्ल सरेआम करती है
तहजीब देखिये उसकी निगाहों से वार करती है
अदालतों को गुनाह नहीं लगता बख्श देती है उसे
अजि उनसे पूछिये जिनका जीना दुश्वार करती है
एक तो खूबसूरत इतनी औ’ ऊपर से कातिलाना अदायें
मुस्कान उसकी दिलों पे कयामत सी करती है ।
वेखॉफ शायर :-
? #राहुल_कुमार_सागर ?
✍ #बदायूँनी ✍
?????????????