Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Johnny Ahmed 'क़ैस'
35 Followers
Follow
Report this post
21 Jun 2021 · 1 min read
निंदक
लेप चढ़ जाने से रौप्य बनता नहीं कनक
होता नहीं है सर्वदा, शत्रु कोई निंदक।
-जॉनी अहमद ‘क़ैस’
Language:
Hindi
Tag:
शेर
Like
Share
559 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
🙅इत्ता सा अंतर🙅
*प्रणय*
रहे मुदित यह सोच कर,बुद्धिहीन इंसान
RAMESH SHARMA
अमन राष्ट्र
राजेश बन्छोर
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
मित्र
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
4451.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नई दृष्टि
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
हम बच्चे
Dr. Pradeep Kumar Sharma
'चो' शब्द भी गजब का है, जिसके साथ जुड़ जाता,
SPK Sachin Lodhi
तेरे ख़्याल में हूं,मैं तेरे ज़िक्र में हूं ,
Dr fauzia Naseem shad
"फ़िर से आज तुम्हारी याद आई"
Lohit Tamta
बाबुल
Neeraj Agarwal
" विश्वास "
Dr. Kishan tandon kranti
डमरू घनाक्षरी
Rambali Mishra
शराब हो या इश्क़ हो बहकाना काम है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
नया साल
विजय कुमार अग्रवाल
कमली हुई तेरे प्यार की
Swami Ganganiya
#पुकार
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
जाति-मजहब और देश
आकाश महेशपुरी
sp,98 तुमको भी भूलेगी पीढ़ी
Manoj Shrivastava
16. आग
Rajeev Dutta
विवाह की 21वी वर्षगांठ
ललकार भारद्वाज
वेलेंटाइन डे शारीरिक संबंध बनाने की एक पूर्व नियोजित तिथि है
Rj Anand Prajapati
*बल गीत (वादल )*
Rituraj shivem verma
*फूलों सा एक शहर हो*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
- मतलबी दोस्त आज के -
bharat gehlot
तोहर स्नेह
श्रीहर्ष आचार्य
अंजाम
Bodhisatva kastooriya
*लम्हे* ( 24 of 25)
Kshma Urmila
नहीं घुटता दम अब सिगरेटों के धुएं में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...