Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jun 2021 · 1 min read

ना जीता हूँ न मरता हूँ

जब भी उसकी याद आती है ,ना जीता हूँ न मरता हूँ।
उस तक जाने वाले ख्वाबों के ,अक्सर पंख कुतरता हूँ।
मेरे दुःख को जाने क्या कोई ,कितना है इसमें दर्द भरा,
जमीदोंज है खुशियां सारी ,जैसे – तैसे ग़म से उभरता हूँ।
जब भी उसकी याद आती है ,ना जीता हूँ न मरता हूँ।
कुछ पता नही चलता है मुझको ,कैसे मैं इजहार करूँ।
दिल मे हलचल है ऐसी की ,नफरत करूँ की प्यार करूँ।
अपने ही दिल के आँगन में ,अजनबी बन के उतरता हूँ।
जब भी उसकी याद आती है ,ना जीता हूँ न मरता हूँ।
बुरे दौर में छोड़ने वाले ,अक्सर मिल जाया करतें हैं।
कुछ लम्हे ऐसे होते हैं ,जो ताउम्र सताया करते हैं।
एकदिन एहसास उसे होगा ,के मैं कितनी नफरत करता हूँ।
जब भी उसकी याद आती है ,ना जीता हूँ न मरता हूँ।
ये दिल अपनी गलती पर, अब भी अनजान ही है।
मुझे याद ये भी है के ,उसके मुझपर एहसान भी हैं।
सोच में उम्र गुजर जाएगी, कि मैं इतनी आहें भरता हूँ।
जब भी उसकी याद आती है ,ना जीता हूँ न मरता हूँ।
-सिद्धार्थ पाण्डेय

Language: Hindi
Tag: गीत
237 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मजदूरों के मसीहा
मजदूरों के मसीहा
नेताम आर सी
मैं खोया था जिसकी यादों में,
मैं खोया था जिसकी यादों में,
Sunny kumar kabira
अर्थार्जन का सुखद संयोग
अर्थार्जन का सुखद संयोग
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
फिर आई स्कूल की यादें
फिर आई स्कूल की यादें
Arjun Bhaskar
मेहनत का फल
मेहनत का फल
Pushpraj Anant
😢कलजुग😢
😢कलजुग😢
*प्रणय प्रभात*
जिंदगी.... कितनी ...आसान.... होती
जिंदगी.... कितनी ...आसान.... होती
Dheerja Sharma
डिप्रेशन में आकर अपने जीवन में हार मानने वाले को एक बार इस प
डिप्रेशन में आकर अपने जीवन में हार मानने वाले को एक बार इस प
पूर्वार्थ
सिकन्दर बन कर क्या करना
सिकन्दर बन कर क्या करना
Satish Srijan
षड्यंत्रों की कमी नहीं है
षड्यंत्रों की कमी नहीं है
Suryakant Dwivedi
माँ i love you ❤ 🤰
माँ i love you ❤ 🤰
Swara Kumari arya
दिल टूटने का डर न किसीको भी सताता
दिल टूटने का डर न किसीको भी सताता
Johnny Ahmed 'क़ैस'
टूट जाते हैं
टूट जाते हैं
Dr fauzia Naseem shad
बाल कविता: तितली रानी चली विद्यालय
बाल कविता: तितली रानी चली विद्यालय
Rajesh Kumar Arjun
Teri yaadon mein aksar khoya rahtaa hu
Teri yaadon mein aksar khoya rahtaa hu
Amit Yadav
" शिक्षा "
Dr. Kishan tandon kranti
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कहां  गए  वे   खद्दर  धारी  आंसू   सदा   बहाने  वाले।
कहां गए वे खद्दर धारी आंसू सदा बहाने वाले।
कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ
जाहि विधि रहे राम ताहि विधि रहिए
जाहि विधि रहे राम ताहि विधि रहिए
Sanjay ' शून्य'
24/241. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/241. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*
*"तुलसी मैया"*
Shashi kala vyas
प्यासा के कुंडलियां (झूठा)
प्यासा के कुंडलियां (झूठा)
Vijay kumar Pandey
आने वाले कल का ना इतना इंतजार करो ,
आने वाले कल का ना इतना इंतजार करो ,
Neerja Sharma
लोगों को सफलता मिलने पर खुशी मनाना जितना महत्वपूर्ण लगता है,
लोगों को सफलता मिलने पर खुशी मनाना जितना महत्वपूर्ण लगता है,
Paras Nath Jha
कल तो नाम है काल का,
कल तो नाम है काल का,
sushil sarna
पिता
पिता
Mamta Rani
इतनी धूल और सीमेंट है शहरों की हवाओं में आजकल
इतनी धूल और सीमेंट है शहरों की हवाओं में आजकल
शेखर सिंह
*वंदनीय सेना (घनाक्षरी : सिंह विलोकित छंद*
*वंदनीय सेना (घनाक्षरी : सिंह विलोकित छंद*
Ravi Prakash
जीवन की वास्तविकता
जीवन की वास्तविकता
Otteri Selvakumar
अपना तो कोई नहीं, देखी ठोकी बजाय।
अपना तो कोई नहीं, देखी ठोकी बजाय।
Indu Singh
Loading...