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11 Oct 2024 · 1 min read

ना कोई सुनने वाला है ना कोई पढ़ने वाला है किसे है वक्त कुछ कह

ना कोई सुनने वाला है ना कोई पढ़ने वाला है किसे है वक्त कुछ कहने की लटकता मुंह पे ताला है !!
@ डॉ लक्ष्मण झा परिमल

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