ना अब मनमानी करता हूं
ना अब मनमानी करता हूं
ना तुम पर हक जताता हूं
जाता तो हूं आज़ भी तुम्हारे ‘व्हाट्सएप’ पर
लेकिन चाह कर भी कुछ लिख नहीं पाता हूं
-केशव
ना अब मनमानी करता हूं
ना तुम पर हक जताता हूं
जाता तो हूं आज़ भी तुम्हारे ‘व्हाट्सएप’ पर
लेकिन चाह कर भी कुछ लिख नहीं पाता हूं
-केशव