नाज़ुक सी ज़ा
पकड़ना कस के, कही फ़िसल न जाये !
ये वक्त है ज़नाब, कही बदल न जाये !
हौले से रखना हाथ, हमारे दिल पर !
कही ये नाज़ुक सी ज़ा, निकल न जाये !
?-AnoopS ©
पकड़ना कस के, कही फ़िसल न जाये !
ये वक्त है ज़नाब, कही बदल न जाये !
हौले से रखना हाथ, हमारे दिल पर !
कही ये नाज़ुक सी ज़ा, निकल न जाये !
?-AnoopS ©