नास्तिकों और पाखंडियों के बीच का प्रहसन तो ठीक है,
नास्तिकों और पाखंडियों के बीच का प्रहसन तो ठीक है,
किंतु प्रहसन का विषय धर्म है ,
यह ठीक नहीं है,
ये दोनों तो धर्म को जानते तक नहीं हैं
नास्तिकों और पाखंडियों के बीच का प्रहसन तो ठीक है,
किंतु प्रहसन का विषय धर्म है ,
यह ठीक नहीं है,
ये दोनों तो धर्म को जानते तक नहीं हैं