नाव कागज़ की
एक भूली याद को फिर गुनगुनाना चाहता हूँ,
जा कर बचपनों में खिलखिलाना चाहता हूँ।
दौड़कर बारिशों में दोस्तों संग ऐ खुदा,
नाव कागज़ की मैं फिर से चलाना चाहता हूँ।
एक भूली याद को फिर गुनगुनाना चाहता हूँ,
जा कर बचपनों में खिलखिलाना चाहता हूँ।
दौड़कर बारिशों में दोस्तों संग ऐ खुदा,
नाव कागज़ की मैं फिर से चलाना चाहता हूँ।