Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 May 2024 · 1 min read

नाना भांति के मंच सजे हैं,

नाना भांति के मंच सजे हैं,
नाना भांति के अभिनय कर्ता,
फेमस वही होता इस जग में,
कठिन परिश्रम जो है कर्ता।

99 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ତୁମ ର ହସ
ତୁମ ର ହସ
Otteri Selvakumar
पत्तल
पत्तल
Rituraj shivem verma
जुर्म तुमने किया दोषी मैं हो गया।
जुर्म तुमने किया दोषी मैं हो गया।
Ashwini sharma
मन मुकुर
मन मुकुर
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
नेता जब से बोलने लगे सच
नेता जब से बोलने लगे सच
Dhirendra Singh
सुन कुछ मत अब सोच अपने काम में लग जा,
सुन कुछ मत अब सोच अपने काम में लग जा,
Anamika Tiwari 'annpurna '
जब इंसान को किसी चीज की तलब लगती है और वो तलब मस्तिष्क पर हा
जब इंसान को किसी चीज की तलब लगती है और वो तलब मस्तिष्क पर हा
Rj Anand Prajapati
जागे जग में लोक संवेदना
जागे जग में लोक संवेदना
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मोहब्बत-ए-सितम
मोहब्बत-ए-सितम
Neeraj Mishra " नीर "
वो बाते वो कहानियां फिर कहा
वो बाते वो कहानियां फिर कहा
Kumar lalit
राम नाम सर्वश्रेष्ठ है,
राम नाम सर्वश्रेष्ठ है,
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
जन्म से मरन तक का सफर
जन्म से मरन तक का सफर
Vandna Thakur
क्यों जिंदगी अब काली रात है
क्यों जिंदगी अब काली रात है
Chitra Bisht
संघर्ष की राहों पर जो चलता है,
संघर्ष की राहों पर जो चलता है,
Neelam Sharma
!..............!
!..............!
शेखर सिंह
it is not about having a bunch of friends
it is not about having a bunch of friends
पूर्वार्थ
मायापति की माया!
मायापति की माया!
Sanjay ' शून्य'
संस्कृति संस्कार
संस्कृति संस्कार
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
नारी भाव
नारी भाव
Dr. Vaishali Verma
चांद सितारों सी मेरी दुल्हन
चांद सितारों सी मेरी दुल्हन
Mangilal 713
2913.*पूर्णिका*
2913.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अमृत वचन
अमृत वचन
Dinesh Kumar Gangwar
हर एक भाषण में दलीलें लाखों होती है
हर एक भाषण में दलीलें लाखों होती है
कवि दीपक बवेजा
हे प्रभु !
हे प्रभु !
Shubham Pandey (S P)
माना कि हम बेवफा हैं, 2 पर ए मेरे यार तुम तो बेवफा ना थे।
माना कि हम बेवफा हैं, 2 पर ए मेरे यार तुम तो बेवफा ना थे।
Annu Gurjar
Remembering that winter Night
Remembering that winter Night
Bidyadhar Mantry
"आईना"
Dr. Kishan tandon kranti
वो सुहाने दिन
वो सुहाने दिन
Aman Sinha
मरने की ठान कर मारने के लिए आने वालों को निपटा देना पर्याप्त
मरने की ठान कर मारने के लिए आने वालों को निपटा देना पर्याप्त
*प्रणय*
Some times....
Some times....
Dr .Shweta sood 'Madhu'
Loading...