Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Mar 2020 · 1 min read

नही समझते दर्द

उनके कष्टों से हुआ, मुख मेरा भी जर्द ।
पर मेरे दिल का कहाँ, वे समझे हैं दर्द ।।

क्रोध लोभ मद मोह का, बने न मानव दास ।
इनसे बढ़ते हैं सदा,…. इस जीवन में त्रास ।।
रमेश शर्मा.

Language: Hindi
2 Likes · 317 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शब्द
शब्द
Ajay Mishra
जहां से चले थे वहीं आ गए !
जहां से चले थे वहीं आ गए !
Kuldeep mishra (KD)
"सलीका"
Dr. Kishan tandon kranti
जीवन में कुछ करते रहो , एक जगह रहकर भी अपनी उपलब्धियों का अह
जीवन में कुछ करते रहो , एक जगह रहकर भी अपनी उपलब्धियों का अह
Raju Gajbhiye
दरख़्त-ए-जिगर में इक आशियाना रक्खा है,
दरख़्त-ए-जिगर में इक आशियाना रक्खा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जीवन के सारे सुख से मैं वंचित हूँ,
जीवन के सारे सुख से मैं वंचित हूँ,
Shweta Soni
आईना भी तो सच
आईना भी तो सच
Dr fauzia Naseem shad
मोहब्बत में मोहब्बत से नजर फेरा,
मोहब्बत में मोहब्बत से नजर फेरा,
goutam shaw
दिल की बात बताऊँ कैसे
दिल की बात बताऊँ कैसे
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बेदर्दी मौसम🙏
बेदर्दी मौसम🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
श्रेय एवं प्रेय मार्ग
श्रेय एवं प्रेय मार्ग
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
वो तो एक पहेली हैं
वो तो एक पहेली हैं
Dr. Mahesh Kumawat
12. घर का दरवाज़ा
12. घर का दरवाज़ा
Rajeev Dutta
■ कामयाबी का नुस्खा...
■ कामयाबी का नुस्खा...
*प्रणय*
ईमानदारी
ईमानदारी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
#हौंसले
#हौंसले
पूर्वार्थ
सत्य दृष्टि (कविता)
सत्य दृष्टि (कविता)
Dr. Narendra Valmiki
अधूरी ख्वाहिशें
अधूरी ख्वाहिशें
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
*जो सजे मेज पर फल हैं सब, चित्रों के जैसे लगते हैं (राधेश्या
*जो सजे मेज पर फल हैं सब, चित्रों के जैसे लगते हैं (राधेश्या
Ravi Prakash
Bundeli Doha by Rajeev Namdeo Rana lidhorI
Bundeli Doha by Rajeev Namdeo Rana lidhorI
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
आप की है कोशिशें तब नाकाम होती है।
आप की है कोशिशें तब नाकाम होती है।
Rj Anand Prajapati
#डॉ अरूण कुमार शास्त्री
#डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अगर आप हमारी मोहब्बत की कीमत लगाने जाएंगे,
अगर आप हमारी मोहब्बत की कीमत लगाने जाएंगे,
Kanchan Alok Malu
भूमि दिवस
भूमि दिवस
SATPAL CHAUHAN
बता तूं उसे क्यों बदनाम किया जाए
बता तूं उसे क्यों बदनाम किया जाए
Keshav kishor Kumar
"किसी की याद मे आँखे नम होना,
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
जिसने दिया था दिल भी वो उसके कभी न थे।
जिसने दिया था दिल भी वो उसके कभी न थे।
सत्य कुमार प्रेमी
हमें एक-दूसरे को परस्पर समझना होगा,
हमें एक-दूसरे को परस्पर समझना होगा,
Ajit Kumar "Karn"
किसी के दुःख को अपनें भीतर भरना फिर एक
किसी के दुःख को अपनें भीतर भरना फिर एक
Sonam Puneet Dubey
सफलता के लिए हमें अनुभव के साथ तर्कसंगत की भी आवश्कता है, तभ
सफलता के लिए हमें अनुभव के साथ तर्कसंगत की भी आवश्कता है, तभ
Ravikesh Jha
Loading...