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23 Feb 2021 · 1 min read

नहीं सुनता दिल की बातें

अब नहीं सुनता मैं दिल की बातें ,
बंद हुई अब हमरी मुलाकातें ।
ब्याह हुआ ससुराल गई वो ,
हमको रोता छोड़ गई वो ।
अब तो रह गई यादें उसकी ,
बिन तेरे नींद लगे न झपकी ।
सोचा क्यों याद करु मैं उसको ,
वो तो छोड़ गई अब हमको ।
शायद उसकी भी कोई मजबूरी होगी ,
दर्द-ए-दिल में छुपाये होगी ।

डां. अखिलेश बघेल
दतिया ( म.प्र. )

Language: Hindi
1 Like · 4 Comments · 376 Views
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