Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Oct 2024 · 1 min read

नहीं मरा है….

काम, क्रोध, मद, लोभ,
अहंकार,
तृष्णा, भोग,
खटविकार,
शोषण, अत्याचार,
जब तक मन में ,
ये दस हरा है ।
रावण कहीं न कहीं,
किसी न किसी रूप में
जिंदा है, नहीं मरा है ।।

Language: Hindi
30 Views

You may also like these posts

नई रीत विदाई की
नई रीत विदाई की
विजय कुमार अग्रवाल
तेवरी इसलिए तेवरी है [आलेख ] +रमेशराज
तेवरी इसलिए तेवरी है [आलेख ] +रमेशराज
कवि रमेशराज
23, मायके की याद
23, मायके की याद
Dr .Shweta sood 'Madhu'
एक आकार
एक आकार
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
जज्बे से मिली जीत की राह....
जज्बे से मिली जीत की राह....
Nasib Sabharwal
"सुनो तो"
Dr. Kishan tandon kranti
अंकित
अंकित
अंकित आजाद गुप्ता
गाँधीजी (बाल कविता)
गाँधीजी (बाल कविता)
Ravi Prakash
योग्य शिक्षक
योग्य शिक्षक
Dr fauzia Naseem shad
गलतियां
गलतियां
Nitin Kulkarni
आओ सजन प्यारे
आओ सजन प्यारे
Pratibha Pandey
सूरज!
सूरज!
Ghanshyam Poddar
मुंह पर शहद और पीठ पर खंजर
मुंह पर शहद और पीठ पर खंजर
Rekha khichi
हरकत में आयी धरा...
हरकत में आयी धरा...
डॉ.सीमा अग्रवाल
" यहाँ कई बेताज हैं "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
*मेरे मम्मी पापा*
*मेरे मम्मी पापा*
Dushyant Kumar
गुरु चरणों की धूल
गुरु चरणों की धूल
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
सिर्फ़ शिकायत करते हो।
सिर्फ़ शिकायत करते हो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
माधव मालती (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
माधव मालती (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
Subhash Singhai
*लघुकविता*
*लघुकविता*
*प्रणय*
छोटी - छोटी खुशियों को हम
छोटी - छोटी खुशियों को हम
Meera Thakur
नवजात बहू (लघुकथा)
नवजात बहू (लघुकथा)
गुमनाम 'बाबा'
जो मिल ही नही सकता उसकी हम चाहत क्यों करें।
जो मिल ही नही सकता उसकी हम चाहत क्यों करें।
Rj Anand Prajapati
सत्य दृष्टि (कविता)
सत्य दृष्टि (कविता)
Dr. Narendra Valmiki
ये मौसमी बहारें
ये मौसमी बहारें
Sarla Mehta
वैदिक काल का सत्य
वैदिक काल का सत्य
Dr. Vaishali Verma
3657.💐 *पूर्णिका* 💐
3657.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मौजूदा ये साल मयस्ससर हो जाए
मौजूदा ये साल मयस्ससर हो जाए
Shweta Soni
🌳पृथ्वी का चंवर🌳
🌳पृथ्वी का चंवर🌳
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
खाक मुझको भी होना है
खाक मुझको भी होना है
VINOD CHAUHAN
Loading...