नहीं जाती तेरी याद
नहीं जाती तेरी याद, दिल तुमको ही याद करता है।
बेताब बहुत रहता है दिल, विश्वास तुमपे ही करता है।।
नहीं जाती तेरी याद ————————–।।
बहका दिया है तुमको किसने, आती नहीं अब तुम मिलने।
लगता है क्यों डर तुमको इतना, डराया है तुमको किसने।।
कब होगा अब तुमसे मिलन, इंतजार तुम्हारा रहता है।
नहीं जाती तेरी याद——————-।।
मुझसे हुई है ऐसी क्या खता, कि बात अब करती नहीं है।
तुम्हारे बिना तो रातों में नींद, मेरी आँखों में रहती नहीं है।।
करता नहीं बात दिल और से, उदास तेरे बिन रहता है।
नहीं जाती तेरी याद ————————-।।
मुरझा गये है फूल गुलशन के, अब चमन में नहीं बहार।
बुझे हुए हैं सारे चिराग, दिल में नहीं अब कोई झंकार।।
लगता नहीं अब कुछ भी अच्छा, जीवन अधूरा लगता है।
जाती नहीं तेरी याद——————।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)