नहीं कोई मोल ____ मुक्तक
नहीं कोई मोल लगता है बोल तो प्रेम के बोलो।
चढ़ा क्यों मुंह रखा तुमने राज भी दिल के खोलो।।
नहीं कुछ तुम से हम लेंगे, सलाह हम अच्छी ही देंगे।
छोड़ दो अहंकार अपना,प्रीत संग प्यार के डोलो।।
राजेश व्यास अनुनय
नहीं कोई मोल लगता है बोल तो प्रेम के बोलो।
चढ़ा क्यों मुंह रखा तुमने राज भी दिल के खोलो।।
नहीं कुछ तुम से हम लेंगे, सलाह हम अच्छी ही देंगे।
छोड़ दो अहंकार अपना,प्रीत संग प्यार के डोलो।।
राजेश व्यास अनुनय