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15 Mar 2024 · 1 min read

नश्वर है मनुज फिर

नश्वर है मनुज फिर
क्यों इतना होड़ यहाँ ।
किसी को लगता मैं आगे
किसी को लगता मैं पीछे।
जबकि सबको जाना है
सब कुछ छोड़ यहाँ।।

✍️ अभिषेक कुमार

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