नशा……………(5)
नशा……………
नशा करना है तो ईश भक्ति का करो मादकता मे क्या रखा है।
जिदंगी किसी नेक मकसद से जियो विलासिता मे क्या रखा है ।
वैसे तो संसार मे जन्म लेते है विभिन्न प्राणी करोडो योनियो मे ।
इंसान रूप है अवतार कुदरत का, बाकी नरक स्वर्ग मे क्या रखा है ।।
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डी. के. निवातियॉ____________@