Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Oct 2024 · 1 min read

नशा तेरी

नशा तेरी
सूरत का ही होता
तो कब का उतर गया होता
मुझे नशा
तेरी शाइस्तगी का है
चढ़ा है कुछ इस तरह
उतरता ही नहीं…!!

हिमांशु Kulshrestha

42 Views

You may also like these posts

रुदंन करता पेड़
रुदंन करता पेड़
Dr. Mulla Adam Ali
फिर कब आएगी ...........
फिर कब आएगी ...........
SATPAL CHAUHAN
*Tapestry of Life*
*Tapestry of Life*
Veneeta Narula
इम्तिहान
इम्तिहान
AJAY AMITABH SUMAN
अक्षर ज्ञानी ही, कट्टर बनता है।
अक्षर ज्ञानी ही, कट्टर बनता है।
नेताम आर सी
Teacher (गुरु मां)
Teacher (गुरु मां)
Sneha Singh
सभी जीव-जन्तुओं का आश्रय स्थल :- जंगल
सभी जीव-जन्तुओं का आश्रय स्थल :- जंगल
Mahender Singh
"गौरतलब"
Dr. Kishan tandon kranti
" तेरा एहसान "
Dr Meenu Poonia
उलझा हूँ, ज़िंदगी की हरेक गुत्थियाँ सुलझाने में
उलझा हूँ, ज़िंदगी की हरेक गुत्थियाँ सुलझाने में
Bhupendra Rawat
गणेश वंदना
गणेश वंदना
Bodhisatva kastooriya
मैंने देखा है बदलते हुये इंसानो को
मैंने देखा है बदलते हुये इंसानो को
shabina. Naaz
Never ever spend your time on people who has lost the capaci
Never ever spend your time on people who has lost the capaci
पूर्वार्थ
श्री कृष्ण जन्माष्टमी की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।
Ravikesh Jha
हमेशा कुछ ऐसा करते रहिए जिससे लोगों का ध्यान आपके प्रति आकषि
हमेशा कुछ ऐसा करते रहिए जिससे लोगों का ध्यान आपके प्रति आकषि
Raju Gajbhiye
तेरी याद
तेरी याद
SURYA PRAKASH SHARMA
पप्पू की तपस्या
पप्पू की तपस्या
पंकज कुमार कर्ण
।।
।।
*प्रणय*
।।जन्मदिन की बधाइयाँ ।।
।।जन्मदिन की बधाइयाँ ।।
Shashi kala vyas
*खुशियों की सौगात*
*खुशियों की सौगात*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
2923.*पूर्णिका*
2923.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नारी अस्मिता
नारी अस्मिता
Shyam Sundar Subramanian
गैरों से कोई नाराजगी नहीं
गैरों से कोई नाराजगी नहीं
Harminder Kaur
हे नारियों खंजर लेकर चलो
हे नारियों खंजर लेकर चलो
Sonam Puneet Dubey
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
कैसे हाल-हवाल बचाया मैंने
कैसे हाल-हवाल बचाया मैंने
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ललक लालसा और लालच
ललक लालसा और लालच
Nitin Kulkarni
मदिरा
मदिरा
C S Santoshi
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
सांसें
सांसें
निकेश कुमार ठाकुर
Loading...